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GPS Kya Hai? | GPS Configuration | Full Form Of GPS
GPS Full Form या GPS का फुल फार्म जानने से पहले हम GPS के बारे में जान लेते है। आज कल हम सभी अपना Present Location Share करने के लिए या किसी का Present Location का पता लगाने के लिए हम GPS का प्रयोग करते है। GPS के मदद से ही हम अपना या अपने किसी दोस्त का Location Trace कर पाते है।
हम जब भी कभी किसी अनजान जगह पर जाते है तो हम किसी भी लोकेशन का पता लगाने के लिए हम अपना गूगल मैप खोलकर trace कर लेते है | जैसे की अगर आप किसी नए market में गये है और आपको किसी Restaurant में जाना है तो आप फटाफट अपना गूगल मैप की मदद से रेस्टोरेंट को धुंध लेते है | पर क्या आपने कभी सोचा है की ये सब कैसे Possible हो पता है|
GPS का इस्तेमाल तो आप भी हमेशा करते होंगे पर क्या आप जानते है की GPS का Full Form क्या है? GPS कैसे काम करता है? GPS का हमारे दैनिक जीवन में क्या उपयोग है? अगर आप नहीं जानते तो हम आपको इस Blog की मदद से GPS से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी बातएंगे। पूरी जानकारी के लिए इस पेज को पूरा पढ़े।
GPS Full Form In Hindi | GPS का मतलब
GPS का Full Form “GLOBAL POSITIONING SYSTEM ” ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम है। GPS का अबिष्कार Ivan A. Getting , Roger L. Easton और Bradford Parkinson ने मिलकर किया था। यह एक रेडियो नेविगेशन प्रणाली है जिसके माध्यम से हम अपना Location Share, मौसम का पता , नजदीकी शॉप , हॉस्पिटल इत्यादि का पता बैठे बैठे लगा सकते है | GPS का प्रयोग हम अपने दैनिक जीवन में होने वाले बहुत से कामो में कर सकते है। सन 1960 में सबसे पहले अमेरिका ने अपने मिसाइलों को ले जाने वाली पनडुब्बिओ को Trace करने के लिए सेटेलाइट नेविगेशन का प्रयोग किया गया था। GPS का प्रयोग पहले बस सरकारी कामो के लिए प्रयोग किया जाता था| लेकिन सन 1983 के बाद इसे Public ( आम लोगो के लिए भी लागू ) कर दिया गया |
GPS Configuration
GPS के Configuration में 3 Segments की भूमिका अहम् होती है | निचे हम उनके बारे में बिस्तार से जानेगे |
- Space Segment (GPS Satellites ) – सभी GPS Satellites को Six Orbit में जमीन से लगभग 20,000 Km की उचाई पर रखा जाता है |जो की जमीन के चारो तरफ 12 घंटा के अंतराल पर घूमती रहती है | चार GPS Satellites को एक सेल में रखा जाता है |
- Control Segment (Ground Control Stations ) – Control Segment ,Ground Control Stations का मुख्य काम GPS Satellites Orbit को Monitoring करना , Control करना और उसमे कोई तकनिकी खराबी हो तो उसका सुधार करना होता है |
- User Segment – User Segment का मतलब GPS Receivers होता है | GPS Satellites के द्वारा भेजी गयी Signal को User Segment (GPS Receiver ) ही Receive करता है |
Use Of GPS
GPS का उपयोग हम हमारे दैनिक जीवन में कही आने जाने में , किसी अनजान जगह का पता लगाने में , मौसम का हाल जानने के साथ -साथ ब्यापार में Industrial Sector में Location ,Tracking Mapping ,Navigation के लिए कर सकते है |
1 – Location – GPS का ज़्यदातर उपयोग आमलोग के द्वारा किसी Location को Trace करने में किया जाता है | जैसे की अगर आप किसी कंपनी में Field Working का काम कर रहे हो और आपको कंपनी के द्वारा किसी Client के घर जाना है और जहा जाना है वो Address आपको नहीं पता है तो आप GPS की मदद से गूगल मैप करके Client के घर पहुंच सकते है |
2 – Tracking – अगर आप किसी चीज़ पर नजर रखना चाहते है तो आप आप उसमे GPS Tracking Device लगा कर आप उसे Real Time पर Track कर सकते है जैसे –
- Bike / Car – आप Gps Tracker का उपयोग करके अपने गाड़िओ की चोरी होने से बचा सकते है य अगर हो भी गयी तो उसे पाने में मदद पा सकते है | अगर आपके पास Bike या कार है तो आप उसमे भी Gps Tracker लगा कर उसे track कर सकते है | की आपका गाडी अभी कहा है | किधर जा रहा है | आप से कितनी दुरी पर है और अभी उसका Present Location कहा है |
- Business में – अगर आप एक Field Working Business चला रहे तो आप अपने गाड़िओ में Gps Tracker लगा कर अपने Employ को Real Time Track कर सकते है | कई बार क्या होता है की Employ से पूछा जाये की की अभी वो कहा है ? कितना समय लगेगा आने में तो सही Location नहीं बताते है | तो ऐसी स्थिति में आप GPS का प्रयोग करके उनके बारे में सही पता लगा सकते है |
3 – Road Mapping में – अगर आपको किसी अनजान जगह जाना हो तो आप GPS की मदद से Google map on करके Road का पता लगा सकते है | की किधर से किधर जाना है और यहाँ से कितना दुरी पर है | इसके साथ ही आप ये भी पता कर सकते है की जहा आपको जाना है वहा 2 व्हीलर से जाने का Road Map क्या है | और 4 व्हीलर से जाने का Road Map क्या है |
4 – Timing पता करने में – GPS का प्रयोग करके आप अपने Distination का Real Time पता कर सकते है | अगर आप कोई Location Trace कर रहे है तो आप पता कर सकते है की आप Target Location पर कितनी देर में पहुंच जायेंगे | वही अगर आप कोई Road map देख रहे है तो आप कितनी देर में Destination address पर पहुंच जायेंगे ये पता कर सकते है| इन सब के साथ -साथ आप अपना बेग चाल और समय भी पता कर सकते है |
5 – सुरक्षा के तौर पर – अगर आप के पास कोई महंगी चीज़ है तो आप उसमे भी GPS का इस्तेमाल करके उसको Trace कर सकते है | अगर आपको वो चीज़ खो जाये तो आप उसे Live Trace कर सकते है की अभी उसका Location क्या है |
आप अपने घर के पालतू जानवरो को भी Trace करने में GPS की मदद ले सकते है |कभी -कभी Pets ( Dog & Cat ) घर से बाहर चले जाते है और उन्हें ढूढ़ने में ज्यादा समय लग जाता है ऐसे में आप अपने घर के pets के गले में या कही भी एक GPS Tracking Device लगाकर उन्हें आसानी से ढूंढ सकते है |
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